Pik Vima Yadi 2024 : किसानों ने फसल बीमा की शेष राशि जमा करना शुरू कर दिया है, जिससे जिले के किसानों को फायदा हुआ

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PIK BIMA YADI

Pik Vima Yadiपिक बीमा यादी 2024 द्वारा राज्य के किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण अपडेट आया है | दोस्तों अब पिक बीमा यादी 2024 की शेष राशि किसानों के बैंक खाते में जमा होना शुरू हो गई है। यह राशि 16 जिलों के लिए एकत्रित की जा रही है | यह राशि किस जिले के किसानों को मिलेगी इसकी पूरी जानकारी हमने नीचे दी है आप उससे ध्यान से पढ़े।

दोस्तों हाल ही में हुए शीतकालीन सत्र में किसान फसल बीमा का मुद्दा बहुत छाया रहा था | विपक्षी दल ने सरकार से कहा कि बहुत से किसानों को उनके फसल बीमा का पैसा नहीं मिल रहा है | और इतना ही नहीं कई किसान इस योजना के लाभ से वंचित है | जानकारी के मुताबिक बताया गया कि सरकार ने फसल बीमा के लिए 2250 करोड़ का फंड मंजूर किया है |


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फसल बीमा के लिए दिए गए 2250 करोड़ में से 1690 करोड़ किसानों के खाते में आवंटित किये गये। जिसमे 18 जिलों के किसान शामिल थे |

और बाकी बचे जिलों के लिए, फसल बीमा कंपनियों ने कई किसानों को पूरी तरह से फसल बीमा नहीं मिलने पर आपत्ति जताई थी | जिस कारण किसानों को मिलने वाली राशि में देरी हो गयी।

फसल बीमा के पैसे नहीं मिलने पर फसल बीमा कंपनियों ने हाईकोर्ट से मदद मांगी | और उन्होंने कहा की ऐसे बहुत से किसान है जो इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं | लेकिन अगर लगातार 21 दिन बारिश होती है तो उस मंडल या तालुक में फसल बीमा दिया जायेगा |

लेकिन दोस्तों फसल बिमा का दिए जाने वाला लाभ 100% नहीं बल्कि फसल बीमा की कुल राशि का 25% अग्रिम राशि किसान के बैंक खाते में जमा की जाएगी।

इसमें बताया गया कि ऐसे कुछ किसान है, जिन्हें बहुत कम राशि मिली है | इस विकल्प पर विचार करते हुए कृषि मंत्री ने किसानों को कम से कम ₹1000 फसल बीमा राशि देने का निर्णय लिया |


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केंद्रीय टीम के रिपोर्ट के अनुसार इस साल राज्य मे 50 से 55 फीसदी बारिश हुई है और इस कारण राज्य के 43 तालुकाओं में सूखे की स्थिति बन गई है|

जहां सूखे की स्थिति गंभीर है, वहीं राज्य मे पिछले महीने सात जिलों में बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों को भारी नुकसान पंहुचा है |

किसानों के मुआवजे के लिए 1071 करोड़ का फंड दिया गया है | जिसके के लिए किसानों से जल्द से जल्द केवाईसी पूरा करने का निवेदन किया गया है | यह धनराशि किसानों के बैंक खाते में जमा होना शुरू हो गया है।

अपनी धनराशि लेने के लिए किसानों को अपने निकटतम महा-ई-सेवा केंद्र या तहसील कार्यालय में जाना होगा | और एक विशिष्ट नंबर प्राप्त करना होगा जो उनके नाम के सामने दिखाई देगा।

इस विशेष नंबर पर किसानों को अपना आधार कार्ड ले जाना होगा | और जल्द से जल्द सीएससी केंद्र पर जाके अपना ईकेवाईसी पूरा करना होगा।

ई-केवाईसी पूरा करने के बाद किसानों के बैंक खाते में मुआवजा राशि जमा कर दी जाएगी | इसके लिए बागवानी क्षेत्र होने पर किसानों के बैंक खाते में लगभग 22,500 रुपये जमा किये जायेंगे |

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Pik Vima Yadi फसल बिमा के अन्तर्गत दिए गए धनराशि को निचे दिए गए राज्यों मे कुछ इस तरह से वितरित किया गया है | आप निचे देख सकते है –

  • नाशिक जिल्हा – 155.74 कोटी
  • बीड जिल्हा – 241 कोटी
  • बुलढाणा जिल्हा – 18.39 कोटी
  • जळगाव जिल्हा – 4.88 कोटी
  • अहमदनगर जिल्हा – 160.28 कोटी
  • सोलापूर जिल्हा – 111.41 कोटी
  • सातारा जिल्हा – 6.74 कोटी
  • धाराशिव जिल्हा – 218.85 कोटी
  • सांगली जिल्हा – 22 कोटी
  • अकोला जिल्हा – 97.42 कोटी
  • जालना जिल्हा – 160.48 कोटी
  • परभणी जिल्हा – 206.11 कोटी
  • लातूर जिल्हा – 244.87 कोटी
  • नागपूर जिल्हा – 52.21 कोटी
  • अमरावती जिल्हा – 8 कोटी

इस प्रकार से किसानों के बैंक खाते में धनराशि जमा हो जायेगी। अगर किसानों को ग्रामवार लाभार्थी सूची देखना हो तो उन्हें तहसील कार्यालय जाना होगा | ये सभी सूचियाँ तहसील कार्यालय में उपलब्ध होंगी।

जिन किसानों का आधार कार्ड उनके बैंक खाते से लिंक नहीं है, वे आज ही अपना आधार कार्ड अपने बैंक खाते से जल्दी से लिंक करा लें। वरना सब्सिडी या डीबीटी के माध्यम से मिलने वाली राशि किसानों को नहीं मिलेगी |

इसके साथ ही जिन भी किसानों ने अपनी फसल का ई-फसल निरीक्षण नहीं कराया है | वे सभी किसान फसल बीमा के लाभ से भी वंचित हो जायेंगे |

क्योंकि ई-फसल निरीक्षण के माध्यम से फसल के पानी का रिकॉर्ड नहीं होने पर खेत को परती माना जाता है और परती भूमि में फसल बीमा नहीं दिया जाता है | इसलिए यदि किसानों ने खरीफ मौसम में फसल को पानी नहीं दिया है, तो ऐसे सभी किसानों को फसल बीमा लाभ से वंचित होंगे ।


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