बिहार मत्स्यकी विकास योजना 2025 सरकार द्वारा मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई योजना है। इसका उद्देश्य राज्य के मत्स्य पालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर देना और मछली उत्पादन में वृद्धि करना है। इससे राज्य की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
इस योजना का लाभ वे व्यक्ति उठा सकते हैं जो मछली पालन में रुचि रखते हैं, जिनके पास जलाशय या तालाब है या उसे पट्टे पर लेने की योजना बना रहे हैं।
योजना के तहत मत्स्य पालकों को वित्तीय सहायता, अनुदान, तकनीकी मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और उपकरणों की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ताकि वे आधुनिक तकनीक से मछली पालन कर सकें।
इस योजना के लिए इच्छुक उम्मीदवार ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं। संबंधित जिला मत्स्य पदाधिकारी कार्यालय में जाकर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
– आधार कार्ड – निवास प्रमाण पत्र – बैंक पासबुक – भूमि या जलाशय से संबंधित दस्तावेज – पासपोर्ट साइज फोटो
– रोजगार के अवसर में वृद्धि – राज्य में मछली उत्पादन में बढ़ोतरी – ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती – किसानों की आमदनी में इजाफा
सरकार द्वारा चयनित लाभार्थियों को मछली पालन का प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें उन्नत विधियों की जानकारी मिले और उत्पादन अधिक हो।
अधिक जानकारी के लिए आप बिहार मत्स्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें या नजदीकी मत्स्य कार्यालय से संपर्क करें।
बिहार मत्स्यकी विकास योजना 2025 से जुड़कर मछली पालन को अपनाएं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाएं। आज ही आवेदन करें और इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं।